दोस्तों, आज की इस पोस्ट में Online fraud se kaise bache के बारे में जानने वाले हैं। ऑनलाइन फ्रॉड में आपका डेटा अथवा पैसे चुराए जा सकते हैं। इस पोस्ट में मैं ऑनलाइन धोखाधड़ी से बचने के लिए कुछ टिप्स शेयर करूंगा।
दोस्तों, मोबाइल और इंटरनेट के फायदे बहुत हैं लेकिन नुकसान भी उतने ही हैं। उनमें से एक ऑनलाइन धोखाधड़ी भी है। जब आपकी निजी जानकारी को चुराकर कोई गलत काम किए जाते है अथवा पैसे चुराए जाते हैं तो उसे ऑनलाइन धोखाधड़ी कहते हैं। ऑनलाइन धोखाधड़ी कई प्रकार से की जा सकती है, जिसके बारे में हम चर्चा करेंगे और उसका समाधान भी बताएंगे।
ऑनलाइन धोखाधड़ी का सबसे बड़ा कारण है कि लोग (यूजर) इसके प्रति सजक नहीं है। जब कोई धोखेबाज इंटरनेट का गलत इस्तेमाल करके आपके डेटा को चुराकर लुभाता है, तो ऐसे में आपको (यूजर) खुद इसके प्रति सजक रहना होगा और अपनी निजी जानकारियां को सुरक्षित रखना होगा। अगर हम ऑनलाइन धोखाधड़ी के प्रति सतर्क रहें और कुछ नियमों का पालन करें तो, इससे होने वाले नुकसान से हम बच सकते हैं।

Online fraud se kaise bache
दोस्तों, ऑनलाइन फ्रॉड कई प्रकार से होते हैं जैसे कि ऑनलाइन शॉपिंग, इंटरनेट बैंकिंग, मैलवेयर ऐप्स, कॉल या मैसेज इत्यादि। तो चलिए इनके बारे में विस्तार से जानते हैं।
ऐप्स से सावधानी
• दोस्तों, आजकल हर काम के लिए एक ऐप उपलब्ध रहता है, जिससे कि हमारा काम आसान हो जाता है। लेकिन इंटरनेट पर कई ऐसे फ्रॉड और मैलवेयर ऐप्स हैं जो हमारा डेटा चुराकर हमसे फ्रॉड करते हैं। जिनके बारे में हमें पता भी नहीं होता है।
• ऐसे फ्रॉड से बचने के लिए हमें सिर्फ गूगल प्ले स्टोर अथवा एप्पल स्टोर से ऐप डाउनलोड करना चाहिए। किसी भी थर्ड पार्टी ऐप्स जो गूगल प्ले स्टोर पर उपलब्ध नहीं हैं उनको डाउनलोड नहीं करना चाहिए। इंटरनेट पर कई प्रकार के फ्रॉड ऐप्स उपलब्ध हैं, जिनसे हमे बचना चाहिए।
• कोई भी ऐप इस्तेमाल करते समय आपको ध्यान देना चाहिए कि जो ऐप हम इस्तेमाल कर रहे हैं वो हमसे क्या परमिशन ले रहा है। जितना जरूरी हो, उतना ही परमिशन उस ऐप को दें। ऐसा करने से हमारा डेटा सुरक्षित रहेगा और हम फ्रॉड से बच सकते है।
ऑनलाइन ट्रांजेक्शन को सुरक्षित बनाए
• किसी भी ऑनलाइन ट्रांजेक्शन करते समय सही माध्यम को चुने और वह सुरक्षित है या नहीं, इसकी जांच अवश्य करें।
• ऐसी सुरक्षित वेबसाइट अथवा नेटवर्क जिसमे https लिखा हो, उसमे ही अकाउंट एक्सेस करें। http में s अक्षर सुरक्षित वेबसाइट को दर्शाता है।
• दोस्तों, अगर आप अपने जीमेल अकाउंट को सुरक्षित रखते है तो आप और भी बाकि अकाउंट को सिक्योर बना कर रख सकते हैं। इसी लिए आपको अपने मोबाइल पर किसी भी अकाउंट का मजबूत पासवर्ड बना कर रखना है और उसे किसी ब्राउज़र पर सेव करके नहीं रखना है। वो पासवर्ड आप कहीं अपने नोट बुक में लिख कर रख सकते है या फिर याद करके रखें।
• बहुत सारे लोग जाने अनजाने में साइबर कैफे या फ्री वाईफाई से ऑनलाइन ट्रांजेक्शन या इंटरनेट बैंकिंग करते हैं। ऐसा करने से बचें। यदि जरूरत पड़े तो साइबर कैफे वाले व्यक्ति से कहकर जरूरी डिटेल्स हटाने को कहें और फ्री वाईफाई से ऑनलाइन ट्रांजेक्शन बिल्कुल भी न करें। इसके लिए अपने मोबाइल डेटा का प्रयोग करें।
• जब आप अपने मोबाइल अथवा कंप्यूटर से ऑनलाइन ट्रांजेक्शन करते है तो समय समय पर लॉगऑफ होते रहे और कैशे मेमोरी को हटाते रहे।
• क्रेडिट या डेबिट कार्ड जारी करने वाले कंपनी और बैंक को अपनी जानकारी दे सकते है। यदि आप अपनी जानकारी बदलना चाहते है तो इसकी जानकारी बैंक और जारी करने वाले कंपनी को अवश्य दें, ताकि क्रेडिट या डेबिट कार्ड में किसी भी प्रकार के बदलाव की सूचना आपको मिल सकें। क्रेडिट या डेबिट कार्ड की डिटेल्स किसी अन्य व्यक्ति को नहीं बताए।
• किसी भी वेबसाइट में डायरेक्ट पेमेंट करने से बचें। सबसे पहले उस वेबसाइट की जांच करें की वह सुरक्षित है कि नहीं। क्योंकि एक बार पेमेंट हो जाने पर उसे वापस पाना बहुत मुश्किल होता है। यदि आप क्रेडिट या डेबिट कार्ड से पेमेंट कर रहे हैं तो यह ध्यान अवश्य रखें। यदि आपको किसी वॉलेट से पेमेंट करना है उतना ही पैसा उसमे रखें जितना आपको पेमेंट करना है। किसी भी वेबसाइट में कार्ड डिटेल्स सेव करके न रखें।
• यदि आप कोई भी डिजिटल वॉलेट यूज करते हैं तो आपको सावधान रहने की जरूरत है। क्योंकि बहुत सारे धोखेबाज आपको पेमेंट रिक्वेस्ट भेजते हैं। ये पेमेंट रिक्वेस्ट आपसे पैसे लेने के लिए होते है न कि पैसे देने के लिए। जब आप पेमेंट रिक्वेस्ट को स्वीकार (accept) करते हो और यूपीआई पिन इंटर करते हो, तो आपके वॉलेट से पैसे कट जाते है। इसलिए कोई भी पेमेंट रिक्वेस्ट को स्वीकार (accept) न करें।
ऑनलाइन शॉपिंग में सावधानी बरतें
• दोस्तों, हम और आप में से कई लोग ऑनलाइन शॉपिंग तो करते ही है। लेकिन ऑनलाइन शॉपिंग करते समय कई खास बातों का ध्यान अवश्य रखना चाहिए। आप ऐसे शॉपिंग प्लेटफार्म को चुनें जो सुरक्षित और भरोसा करने लायक हो और जब भी पेमेंट करे तो कार्ड डिटेल्स को शॉपिंग वेबसाइट पर सेव करके न रखें।
सोशल मीडिया पर धोखाधड़ी
• हम में से लगभग सभी लोग सोशल मीडिया पर एक्टिव रहते है और अपनी जानकारी साझा करते हैं। लेकिन इसी सोशल मीडिया पर कुछ धोखेबाज भी एक्टिव रहते है। इसलिए कोई भी अपनी निजी जानकारियां सोशल मीडिया शेयर नहीं करना चाहिए।
• कुछ धोखेबाज सोशल मीडिया पर आपके नाम, फोटो आदि लगा कर फेक अकाउंट बनाते है और आपके दोस्तों को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेज कर अपनी जाल में फसातें हैं। ऐसा आपके साथ भी हो सकता है कि कोई धोखेबाज आपके दोस्त का फेक अकाउंट बनाकर आपको फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजें और आपको फसाये। इसलिए ऐसे फ्रॉड से आपको सावधान रहने की जरूरत है।
फ्रॉड कॉल, मैसेज, ईमेल से कैसे बचें
• अगर आपके पास मोबाइल है और ऐसा कोई भी अनजान नंबर से कोई मैसेज या लिंक आता है तो उस लिंक पर क्लिक ना करें। आज के टाइम पर बहुत सारे ऐसे कॉल या मैसेज मिलते है जिसमे आपको कैशबैक, लॉटरी, लोन, फ्री रिचार्ज से जुड़ी कोई भी लुभावना वाले मैसेज और कॉल मिल सकते है ! जिससे आपको कभी भी रिप्लाई और ना ही किसी को शेयर करना चाहिए।
• आप में से किसी के पास कोई कॉल, मैसेज या ईमेल आता है उसमें बताया जाता है की “आपका अकाउंट बंद होने वाला है या पैसे आने वाले हैं।” ऐसा बोलकर हमसे अकाउंट डिटेल्स पूछ लेते है। यदि आप अपना अकाउंट डिटेल्स बता दोगे तो धोखेबाज आपके सारे पैसे निकाल लेंगे। आपको ऐसा किसी भी हालत में नहीं करना चाहिए।
• अगर आपको कभी भी ऐसा कॉल मिलता हो तो तुरंत आपको उस कॉल को कट कर देना है, अगर फिर भी आपको लगता है कि शायद आपका अकाउंट सुरक्षित नहीं है तो जल्द से जल्द आप अपने नजदीकी बैंक शाखा में संपर्क कर सकते है। आपको कभी भी अपना निजी जानकारी और बैंक अकाउंट से जुड़ी जानाकरी किसी अनजान के साथ साझा नहीं करना है।
• कभी कभी फेक इनकमटैक्स कॉल या मैसेज आता है और कोई ऑर्डर या जॉब से संबंधित उसमे बताया जाता है कि “आपका पार्सल आया है जिसमे COD चार्ज लगेगा या आपका इस कंपनी में नौकरी लग गई है आप इतने पैसे देकर सीट बुक कर लो या इतने पैसे देकर अपना पार्सल ले लो।”ये सब फ्रॉड कॉल या मैसेज होते हैं। इनकी बातों में आकर आपको फसना नही है।
• कई बार ऐसे भी होता है की जब आप घर पर नहीं हो, तो धोखेबाज आपके नाम का ऑर्डर बता कर आपके घर के कोई व्यक्ति को फेक पार्सल देकर पैसे ले लेता है। ऐसे में हम सभी की जिम्मेदारी बनती है की घर के सभी सदस्यों को इसके बारे में बताएं और इनसे बचें।
• कई बार फ्रॉड कस्टमर केयर से कॉल आता है की “आपका रिचार्ज प्लान खत्म होने वाला है, रिचार्ज करने के लिए आपको एक ओटीपी दिया जाएगा।” ऐसे फ्रॉड कॉल से बचें और ओटीपी बिलकुल न बताएं।
• कई बार आपको लॉटरी वाले कॉल या मैसेज आयेंगे की “आप 25000 की लॉटरी जीत गए हैं, पैसे लेने के आपके नंबर पर ओटीपी भेजा गया है उसको बताए।” दोस्तो आपको ऐसे फ्रॉड कॉल से सावधान रहना है और ऐसा बिल्कुल नहीं करना चाहिए, जैसा वो बोल रहें हैं।
ऑनलाइन फेक ऐड से बचें
• दोस्तों, जब भी आप इंटरनेट चलाते तो आपको अनेक प्रकार के ऐड्स देखने को मिलते होंगे की एक लाख का आईफोन पच्चीस हजार में या पच्चीस दिन में पैसा डबल। ऐसे ही फेक प्रोडक्ट और फेक प्राइस के ऐड देखने को मिलता है। ऐसे फेक ऐड से आपको बच कर रहना चाहिए।
ऑनलाइन फ्रॉड हो जाए तो क्या करें
• अगर कभी भी आपके साथ कोई ऑनलाइन फ्रॉड करने की कोशिश करता है तो आप उसके खिलाफ़ अपने नजदीकी थाने में शिकायत दर्ज करवाएं।
• दोस्तों, यदि आपके साथ कोई ऑनलाइन फ्रॉड हो जाए तो, आपको सबसे पहले हेल्पलाइन नंबर (fraud call complaint number) 155260 पर फ्रॉड की शिकायत दर्ज कराएं। जब आप इस नंबर पर कॉल करेंगे तो आपसे नाम, नंबर, पता, घटना की टाइमिंग और कुछ बेसिक डिटेल्स पूछी जाएगी, इसके बाद करवाई शुरू कर दिया जाएगा।
स्कैमर से पैसे कैसे रिकवर करें
• दोस्तों, जब आप हेल्पलाइन नंबर 155260 पर कॉल करेंगे और बेसिक डिटेल्स के बारे में बताएंगे तो अपराध की शिकायत मिलते ही इंडियन साइबर क्राइम को-ऑर्डिनेशन सेंटर (I4C) अपने काम में लग जायेंगे। इसके बाद आरबीआई से जुड़े बैंको और ऑनलाइन पेमेंट प्लेटफार्म पर सूचना पहुंच दी जाएगी। इसके बाद धोखाधड़ी का पता चल जायेगा और आपकी समस्या का समाधान हो जाएगा।
दोस्तों, ये पोस्ट सभी के लिए महत्वपूर्ण है, अतः आपसे अनुरोध है कि इसे आप अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करें और ये जानकारी आपको कैसी लगी मुझे कमेंट करके जरूर बताएं।
धन्यवाद।
FAQ
ऑनलाइन फ्रॉड हो जाए तो क्या करें?
अगर आपके साथ भी ऑनलाइन फ्रॉड होता है तो आप तुरंत 155260 पर कॉल कर लें। इस नंबर पर कॉल करने के बाद आपके खोये हुए पैसे मिलने में भी आसानी होगी और साइबर ठगों पर कार्यवाही शुरू हो जाएगी।
ऑनलाइन ठगी के बाद मैं अपना पैसा कैसे वापस पा सकता हूँ?
हां, इसके लिए आपको https://www.cybercrime.gov.in/ पर क्लिक करना होगा। पुलिस स्टेशन में फ्रॉड के 3 दिनों के अंदर शिकायत दर्ज करनी होगी। अगर आप तत्काल प्रभाव से बैंक और थाने में शिकायत दर्ज करते हैं, आपके अकाउंट में अगले 10 दिनों में पूरे पैसे वापस आ सकते हैं।
कौन सी बैंक डिटेल्स शेयर नहीं करनी चाहिए?
अपने डेबिट/क्रेडिट कार्ड किसी के साथ साझा न करें। अपनी व्यक्तिगत जानकारी जैसे डेबिट कार्ड विवरण/पिन/सीवीवी/ओटीपी/कार्ड समाप्ति तिथि/यूपीआई पिन, फोन मेल/ई मेल/एसएमएस पर किसी को भी साझा न करें, भले ही कोई व्यक्ति बैंक अधिकारी होने का दिखावा कर रहा हो। आपका बैंक कभी भी ग्राहकों से इस तरह की जानकारी नहीं मांगता है।